National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission: राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन: परिचय, उद्देश्य, सुविधाएँ और आवेदन प्रक्रिया

National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission

National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission: सिकल सेल एनीमिया (जिसे RBC भी कहते हैं) यह एक गंभीर आनुवांशिक रक्त विकार है, जो विशेषकर भारत की आदिवासी आबादी में पाया जाता है। इसकी वजह से रोगी को जीवनभर खून की कमी और तेज़ दर्द जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

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इस बीमारी से निपटने के लिए लिए वर्ष 2023 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन (National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission – NSCEM) की शुरुआत की। इसकी घोषणा केंद्रीय बजट 2023 में की गई थी और 1 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री द्वारा शुभारंभ किया गया। मिशन का लक्ष्य वर्ष 2047 तक देश से सिकल सेल एनीमिया को समाप्त करना है। अगले तीन वर्षों (2023-26) में लगभग 7 करोड़ लोगों की निशुल्क स्क्रीनिंग (जाँच) की जाएगी, ताकि शुरुआत में ही रोग की पहचान करके आवश्यक कदम उठाए जा सकें तो आईए जानते हैं इस इस मिशन के उद्देश्य लाभ।

National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission purpose

  • सभी सिकल सेल रोगियों के लिए किफायती व सुलभ इलाज सुनिश्चित करना।
  • मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा व देखभाल प्रदान करना।
  • लोगों में जागरूकता और प्रारंभिक पहचान के ज़रिए रोग के प्रसार को कम करना

मिशन के तहत दी जाने वाली सुविधाएँ

राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के तहत सरकार प्रभावित लोगों और समुदायों के लिए कई सुविधाएँ प्रदान कर रही है:

  • 0 से 40 वर्ष आयु के सभी लोगों के लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर सिकल सेल एनीमिया की निःशुल्क जाँच उपलब्ध है। विशेषकर जिन जिलों में यह रोग अधिक फैला है, वहाँ घर-घर जाकर भी स्क्रीनिंग की जा रही है, ताकि रोग की जल्द पहचान हो सके।
  • हर जाँच करवाने वाले व्यक्ति को एक सिकल सेल जीन स्टेटस कार्ड दिया जाता है, जिसमें दर्ज रहता है कि वह सामान्य, वाहक (ट्रेट) या रोगी है। विवाह के समय इस कार्ड के जरिए जोड़े अपने स्टेटस की तुलना कर सकते हैं, जिससे जोखिम वाले मिलन को टालकर अगली पीढ़ी को इस रोग से बचाया जा सकता है।
  • विशेष जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को रोग के लक्षण, बचाव और उपचार के प्रति शिक्षित किया जा रहा है। साथ ही जिन व्यक्तियों में सिकल सेल ट्रेट या बीमारी पाई जाती है, उन्हें मुफ्त जेनेटिक परामर्श प्रदान की जाती है।
  • सिकल सेल रोग से पीड़ित पाए गए लोगों को सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क उपचार और आवश्यक दवाएँ (जैसे हाइड्रोक्सीयूरिया) दी जाती हैं। गंभीर मामलों में मरीज को उच्च चिकित्सा केंद्रों में भेजकर विशेष इलाज उपलब्ध कराया जाता है। निरंतर देखभाल के लिए आशा कार्यकर्ताओं आदि को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।

पात्रता और लाभार्थी

0 से 40 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को मिलेगा, खासकर वे जो सिकल सेल रोग से प्रभावित क्षेत्रों में रहते हैं। पहले चरण में देश के 17 आदिवासी बहुल राज्यों में सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। धीरे-धीरे इसे पूरे देश में भी विस्तारित किया जाएगा। इन चिन्हित क्षेत्रों में रहने वाला प्रत्येक 0 से 40 वर्ष का व्यक्ति अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर निशुल्क जाँच करवा सकता है। जिनमें सिकल सेल ट्रेट या रोग पाया जाता है, उन्हें सरकार की ओर से मुफ्त इलाज व परामर्श दिया जाता है।

योजना के कार्यान्वयन की प्रक्रिया

यह मिशन केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से ज़मीनी स्तर पर लागू किया जा रहा है। लक्षित जिलों में स्वास्थ्य केंद्रों एवं गाँवों में विशेष शिविरों के माध्यम से चरणबद्ध स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं और उन्हें जाँच के लिए प्रेरित कर रही हैं। जाँच में जिन व्यक्तियों में सिकल सेल ट्रेट या रोग पाया जाता है, उन्हें तुरंत विस्तृत परामर्श देकर उपचार के लिए जिला अस्पताल या उच्च केंद्रों से जोड़ा जाता है। मिशन के तहत डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे वे इस रोग की पहचान व प्रबंधन कुशलता से कर सकें।

सरकार द्वारा लिए गए प्रमुख कदम

  • नीति एवं शुभारंभ: बजट 2023-24 में इस मिशन की घोषणा हुई और 1 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री ने इसका शुभारंभ किया। तीन वर्षों में 7 करोड़ लोगों की जाँच के लक्ष्य के साथ देशभर में व्यापक स्क्रीनिंग अभियान शुरू किया गया है।
  • स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार: प्रभावित इलाकों में नई प्रयोगशालाएँ स्थापित हुईं, रक्त बैंकों की क्षमता बढ़ी और हाइड्रोक्सीयूरिया जैसी जरूरी दवाएँ उपलब्ध कराई गई हैं।
  • जागरूकता एवं भागीदारी: ग्रामीण-आदिवासी क्षेत्रों में जागरूकता शिविर एवं स्कूल कार्यक्रम आयोजित करके लोगों को सिकल सेल रोग के प्रति जागरूक किया जा रहा है। युवाओं को विवाह से पहले अपनी जेनेटिक जाँच कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस रोग का प्रसार रुक सके।

कैसे आवेदन करें और कहाँ संपर्क करें

इस मिशन का लाभ उठाने के लिए कोई अलग आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। यदि आप लक्षित आयु समूह (0 से 40 वर्ष) में हैं और सिकल सेल प्रभावित क्षेत्र में रहते हैं, तो अपने नज़दीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर निःशुल्क सिकल सेल जाँच करवा सकते हैं। अधिक जानकारी या सहायता के लिए अपने जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय या राज्य के स्वास्थ्य हेल्पलाइन (104) पर संपर्क करें, अथवा स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट देखें।

सामान्य प्रश्न

प्रश्न 1: राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन क्या है?

उत्तर: यह 2023 में शुरू किया गया भारत सरकार का एक मिशन है, जिसका लक्ष्य सिकल सेल एनीमिया (अनुवांशिक रक्त रोग) को 2047 तक देश से समाप्त करना है। इसके तहत 0 से 40 वर्ष आयु के लोगों की निशुल्क व्यापक स्क्रीनिंग की जाती है और जिनमें रोग पाया जाता है उन्हें मुफ्त उपचार व परामर्श दिया जाता है।

प्रश्न 2: सिकल सेल एनीमिया क्या होता है और यह किन्हें प्रभावित करता है?

उत्तर: सिकल सेल एनीमिया एक आनुवांशिक रक्त विकार है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएँ सामान्य गोल आकार की बजाय दरांती (सिकल) आकार की हो जाती हैं। यह रोग खासतौर पर आदिवासी क्षेत्रों में ज़्यादा पाया जाता है।

प्रश्न 3: अगर मेरी जाँच में सिकल सेल बीमारी या ट्रेट पाया जाता है तो मुझे क्या करना चाहिए?

उत्तर: अगर आपकी सिकल सेल जाँच रिपोर्ट पॉज़िटिव आती है (चाहे आप रोगी हों या वाहक), तो घबराएँ नहीं बल्कि अपने नज़दीकी सरकारी डॉक्टर या (cHC) अस्पताल से संपर्क करें। डॉक्टर आपकी उपचार योजना बताएंगे, जिसमें आवश्यक दवाओं का नियमित सेवन और समय-समय पर जाँच शामिल होगी। यदि आप अविवाहित हैं, तो भविष्य में विवाह से पहले अपने भावी जीवनसाथी की सिकल सेल जाँच करवाने की भी सलाह दी जाएगी, ताकि रोग अगली पीढ़ी में न फैले।

प्रश्न 4: क्या सिकल सेल एनीमिया का स्थायी इलाज संभव है?

उत्तर: फिलहाल सिकल सेल एनीमिया का कोई निश्चित स्थायी इलाज उपलब्ध नहीं है। कुछ मामलों में बोन मैरो प्रत्यारोपण से रोग ठीक हो सकता है, लेकिन यह तरीका बहुत महंगा और जटिल है। अधिकतर मरीज दवाओं और सावधानियों के ज़रिए लगभग सामान्य जीवन जी सकते हैं। इसलिए इस मिशन में नए मामलों को रोकने और रोगियों के उचित प्रबंधन पर अधिक जोर दिया गया है।

प्रश्न 5: सिकल सेल की जाँच कहाँ करवा सकते हैं और क्या यह मुफ्त है?

उत्तर: आप अपने नज़दीकी सरकारी अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या विशेष शिविर में सिकल सेल एनीमिया की जाँच करवा सकते हैं। यह परीक्षण सरकार द्वारा पूरी तरह मुफ्त किया जाता है। समय-समय पर समुदाय में विशेष स्क्रीनिंग शिविर भी आयोजित होते हैं। अगर आप प्रभावित क्षेत्र में रहते हैं तो अपनी व परिवार की जाँच जल्द करा लें।

उपरोक्त जानकारी में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के बारे में सरल भाषा में सभी प्रमुख बातें बताई गई हैं। इसके उद्देश्य, सुविधाओं, पात्रता व प्रक्रिया को समझकर आप इस पहल का लाभ उठा सकते हैं। जागरूक रहें, समय पर अपनी जाँच कराएँ और देश से सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने में योगदान दें।

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    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम Vivek है। मैं पिछले 3 सालों से ब्लॉगिंग कर रहा हूँ और फिलहाल मैं सरकारी योजनाओं पर ब्लॉग लिख रहा हूँ। इस ब्लॉग के जरिए, मैं आपको विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दूंगा। अधिक जानकारी के लिए, हमारे WhatsApp ग्रुप को जॉइन करें

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