CM युवा उद्यमी योजना 5 लाख तक का लोन भारी सब्सिडी के साथ मिलेगा 4 साल तक ब्याज मुक्त ?

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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (CM YUVA) युवाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने में मदद के लिए एक शानदार पहल है। यह योजना न सिर्फ ब्याज मुक्त ऋण देती है, बल्कि व्यवसाय शुरू करने से पहले और बाद में भी पूरी मदद और मार्गदर्शन प्रदान करती है। आइए, इस योजना की सभी महत्वपूर्ण बातों को विस्तार से समझते हैं।

CM युवा उद्यमी योजना
CM युवा उद्यमी योजना

CM युवा उद्यमी योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य लक्ष्य उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगार सृजन के लिए प्रेरित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। सरकार का लक्ष्य है कि हर साल 1 लाख युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान कराए जाएं और 10 साल में कुल 10 लाख युवाओं तक इस योजना का लाभ पहुंचे।

पात्रता के मुख्य शर्तें

योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदकों में निम्नलिखित योग्यताएं होनी आवश्यक हैं:

  • आयु: 21 से 40 वर्ष के बीच।
  • शैक्षिक योग्यता: न्यूनतम 8वीं कक्षा उत्तर्ण।
  • निवास: आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  • कौशल प्रमाणपत्र: किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से कौशल/प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र होना आवश्यक है। यह विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, ODOP ट्रेनिंग, यूपी कौशल विकास मिशन आदि के तहत प्राप्त हो सकता है।
  • अन्य: आवेदक को पीएम स्वनिधि योजना के अलावा किसी अन्य केंद्र या राज्य सरकार की ऐसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा हो, जिसमें ब्याज या पूंजीगत सहायता शामिल हो।

वित्तीय सहायता का स्वरूप

इस योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता बहुत ही आकर्षक है:

  1. सहायता का प्रकार विवरण
  2. ऋण राशि 5 लाख रुपये तक (प्रोजेक्ट लागत पर)
  3. ब्याज 4 वर्षों तक 100% ब्याज मुक्त (बिना ब्याज का)
  4. गारंटी बिना किसी गारंटी के ऋण उपलब्ध
  5. मोरेटोरियम अवधि ऋण मिलने के बाद शुरुआती 6 महीने तक ईएमआई जमा नहीं करनी होती
  6. मार्जिन मनी अनुदान परियोजना लागत का 10% सरकार की ओर से अनुदान के रूप में दिया जाता है। यदि दो साल तक व्यवसाय का सफल संचालन होता है, तो यह राशि लौटाने की जरूरत नहीं होती
स्वयं का अंशदान (Margin Money)

परियोजना की कुल लागत का कुछ हिस्सा आवेदक को स्वयं लगाना होता है, जिसे मार्जिन मनी कहते हैं। यह राशि आवेदक की श्रेणी के आधार पर अलग-अलग है:

श्रेणी स्वयं का अंशदान (मार्जिन मनी)

  • सामान्य वर्ग 15%
  • ओबीसी (OBC) 12.5%
  • एससी/एसटी/दिव्यांग 10%
  • चयनित पिछड़े जिले 10%

उदाहरण: यदि कोई एससी/एसटी श्रेणी का युवा 5 लाख रुपये का प्रोजेक्ट शुरू करता है, तो उसे 50,000 रुपये स्वयं लगाने होंगे और बाकी के 4.5 लाख रुपये का ऋण ब्याज मुक्त मिलेगा।

दूसरे चरण का ऋण

पहले चरण का ऋण सफलतापूर्वक चुकाने के बाद, लाभार्थी दूसरे चरण में 10 लाख रुपये तक की परियोजना लागत के लिए ऋण ले सकते हैं। इस चरण में:

ऋण राशि पहले चरण के ऋण से दोगुनी या 7.5 लाख रुपये तक (जो भी अधिक हो) मिल सकती है।
· इसमें 3 साल के लिए 50% ब्याज सब्सिडी का लाभ मिलता है।

आवेदन कैसे करें?

  1. ऑनलाइन पंजीकरण: सबसे पहले आधिकारिक MSME पोर्टल msme.up.gov.in पर जाकर नया उपयोगकर्ता पंजीकरण (New User Registration) करें और ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ का चयन करें।
  2. आवेदन पत्र भरें: पंजीकरण के बाद लॉग इन करके ऑनलाइन आवेदन पत्र को पूरी जानकारी के साथ भरें।
  3. दस्तावेज अपलोड करें: आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करें। इनमें पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाते की जानकारी, शैक्षणिक व कौशल प्रमाणपत्र, आयु प्रमाणपत्र और निवास प्रमाण पत्र शामिल हैं।
  4. सत्यापन और स्वीकृति: आपका आवेदन जिला उद्योग केंद्र द्वारा जांचा जाएगा और उसके बाद स्वीकृति के लिए बैंक को भेजा जाएगा। महत्वपूर्ण सुझाव

CIBIL स्कोर: ऋण स्वीकृति के लिए अच्छा क्रेडिट स्कोर जरूरी है। आमतौर पर 670 या उससे अधिक का CIBIL स्कोर होना चाहिए।
व्यवसायिक विचार: आपको 200 से अधिक उद्योग विकल्पों में से अपने लिए उपयुक्त व्यवसाय का चयन करने का विकल्प मिलता है।
अतिरिक्त लाभ: योजना के तहत GST पंजीकरण, उद्यम पंजीकरण और बैंक योग्य परियोजना रिपोर्ट बनाने में भी सहायता प्रदान की जाती है।

यह योजना वाक में युवाओं के सपनों को पंख लगाने का काम कर रही है। अगर आप उत्तर प्रदेश के युवा हैं और अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का सपना देख रहे हैं, तो यह एक बेहतरीन अवसर है। आवेदन करने से पहले सभी दस्तावेज और अपना बिजनेस आइडिया तैयार कर लें।

कुछ बिजनेस आइडिया जिस पर आसानी से मिलेंगे लोन

  • फूड प्रोसेसिंग और होम-बेस्ड बिज़नेस
  • कपड़ा और हस्तशिल्प
  • डिजिटल और तकनीकी सेवाएँ
  • रिटेल और सर्विस सेक्टर
  • कृषि और संबद्ध उद्योग

एक प्रभावी बिज़नेस कोटेशन/प्रोजेक्ट रिपोर्ट कैसे बनाएं

एक अच्छी कोटेशन या प्रोजेक्ट रिपोर्ट में नीचे दी गई जानकारियाँ स्पष्ट रूप से शामिल होनी चाहिए। यह दस्तावेज़ बैंक को दिखाता है कि आपने अपने व्यवसाय को गहराई से समझा है और ऋण राशि को सही तरीके से उपयोग कर पाएंगे।

व्यवसाय का स्पष्ट विवरण: सबसे पहले, अपने व्यवसाय के बारे में संक्षिप्त पर स्पष्ट विवरण दें। इसमें यह बताएँ कि आप क्या व्यवसाय शुरू कर रहे हैं या कर रहे हैं (जैसे किराने की दुकान, रिटेल स्टोर आदि) और आपके उत्पाद या सेवाएँ क्या होंगे।


लोन राशि का विवरण और उपयोग: ऋणदाता को यह जानना सबसे ज़रूरी है कि आप जो पैसा माँग रहे हैं, उसे आप कहाँ खर्च करेंगे। लोन की माँगed राशि का एक विस्तृत ब्रेक-डाउन तैयार करें, जैसे:
दुकान का किराया / रेनोवेशन
फर्नीचर और फिटिंग्स
मशीनरी या उपकरण खरीद
प्रारंभिक स्टॉक (इन्वेंट्री) की लागत
अन्य शुरुआती खर्च


व्यवसाय की आय का अनुमान (प्रोजेक्शन): यह दिखाने का प्रयास करें कि आपका व्यवसाय लोन चुकाने के लिए पर्याप्त पैसा कैसे कमाएगा। इसमें अगले 1-2 सालों का व्यवसायिक आय का अनुमान शामिल करें। यह अनुमान यथार्थवादी और गणना पर आधारित होना चाहिए।
पेशेवर प्रस्तुति: ध्यान रखें कि आपका दस्तावेज़ साफ-सुथरा और पेशेवर दिखना चाहिए। एक अव्यवस्थित दस्तावेज़ आपके व्यवसाय की गुणवत्ता के बारे में गलत धारणा दे सकता है।

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    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम आदित्य है। मैं पिछले 3 सालों से ब्लॉगिंग कर रहा हूँ और फिलहाल मैं सरकारी योजनाओं पर ब्लॉग लिख रहा हूँ। इस ब्लॉग के जरिए, मैं आपको विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दूंगा। अधिक जानकारी के लिए, हमारे WhatsApp ग्रुप को जॉइन करें

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