
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान की शुरुआत सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई थी इस योजना का मुख्य रूप से केंद्र शासित प्रदेशों के ग्रामीण क्षेत्र एवं राज्य के 6 करोड लोगों को डिजिटल रूप से साक्षर बनाने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा जारी की गई है। 31 मार्च 2020 तक इस योजना के अंतर्गत हर एक पत्र परिवार के सदस्य को कर करके 40% ग्रामीण परिवारों को कर किया गया है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान । Pradhan Mantri Gramin Digital Saksharta Abhiyan। PMGDISHA के तहत बिना स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं, परिवारों के सदस्यों, कॉलेज छोड़ चुके छात्रों और राष्ट्रीय साक्षरता मिशन के प्रतिभागियों को प्राथमिकता दी गई है तथा इसके साथ ही साथ अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति गरीबी रेखा से नीचे महिलाओं दिव्यांग और अल्पसंख्यकों को भी प्राथमिकता दी जाती है।
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ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान का उद्देश्य
इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की जनता जो डिजिटल रूप से अशिक्षित है, उन्हें डिजिटल प्लेटफार्म (Digital Platform) की सभी संभव सुविधाओं से अवगत कराना है ताकि ग्रामीण क्षेत्र की जनता भी डिजिटल प्लेटफार्म का लाभ उठा सकें। इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की जनता को डिजिटल शिक्षा के लिए जागरूकता के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर (Self-reliance) बनाया जा सके ।
केंद्र सरकार द्वारा देश के ग्रामीण क्षेत्र के नागरिको को डिजिटली साक्षर बनाने के लिये प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान | Pradhan Mantri Gramin Digital Saksharta Abhiyan | PMGDISHA -2023) शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिको को डिजिटल रूप से साक्षर बनाने के लिए ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी जिससे की वे विभिन डिजिटल डिवाइसेस (कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन, टेबलेट, लैपटॉप) का उपयोग करने में सक्षम हो सकेंगे। सरकार द्वारा देश के 6 करोड़ से भी अधिक लोगो को इस योजना के माध्यम से डिजिटल साक्षर बनाया जायेगा जिससे की वे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके कंप्यूटर सम्बंधित ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे साथ ही इंटरनेट उपयोग की जानकारी से भी परिचित हो सकेंगे।
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ग्रामीण डिजिटल साक्षरता विवरण देखें
वर्ष 2014 में नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (National Sample Survey Office) द्वारा शिक्षा पर किए गए सर्वे जिसमें इस बात का प्रमाण मिला था कि अभी भी भारत की 6% ग्रामीण जनता अपने घरों में डिजिटल उपकरणों का या फिर स्मार्टफोन या कंप्यूटर (Smartphone or Computer) का प्रयोग करते हैं।
| योजना का नाम | ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान |
| प्रदाता का नाम | भारत सरकार (Indian Goverment) |
| योजना का उद्देश्य | ग्रामीण डिजिटल अशिक्षित जनता को डिजिटल तौर पर प्रशिक्षित करना का तथा उन्हें आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना |
| लाभार्थी | 16-60 वर्ष आयु वर्ग |
| शुरआत वर्ष | अगस्त 2015 |
| आधिकारिक साइट | https://graminshiksha.com/Certification/PMGDISHA-12078-62 |
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान की विशेषताएं:
- इस योजना के तहत, 31 मार्च 2020 तक देश के तकरीबन 40 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों में से कम से कम एक सदस्य को डिजिटल रूप से साक्षर बनाने की योजना है।
- इस योजना के तहत देश केकरीबन 6 करोड़ नागरिकों को डिजिटल साक्षरता प्रदान की जाएगी |PMGDISHA के तहत 2020 तक तकरीबन 52.5 लाख लोगों को आईटी (IT) ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी |
- इस योजना के लाभार्थियों की पहचान CSC-SPV द्वारा डिस्ट्रिक्ट ई-गवर्नेंस सोसाइटी (District e-Governance Society) (DeGS), ग्राम पंचायतों तथा ब्लॉक डेवलपमेंट अधिकारीयों (Block Development Officers) के साथ मिल कर की जाती है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के क्या-क्या लाभ हैं?
- इस अभियान का लाभ देश के ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को कंप्यूटर की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी ।
- एक परिवार को एक ईकाई के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें शामिल हैं परिवार के प्रमुख, पति या पत्नी, बच्चे और माता-पिता। ऐसे सभी घरों में जहां परिवार का कोई भी सदस्य डिजिटल साक्षर नहीं है, उन्हें इस योजना के अंतर्गत पात्र घर माना जाएगा।
- PGDSA के तहत प्रशिक्षित नागरिको को कंप्यूटर , टेबलेट स्मार्ट फ़ोन , जैसे डिजिटल उपकरणों के संचालन में कुशल बनाया जायेगा।
- कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्र-छात्राएं जिनको डिजिटल साक्षरता नहीं है व उनके स्कूल में भी कंप्यूटर ट्रेनिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं है,
- इसके साथ ही अनुसूचित जाती (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), गरीबी रेखा के नीचे (BPL), महिलाओं, दिव्यांग व अल्पसंख्यकों को प्राथमिकता दी जाती है।
- इसके साथ ही अनुसूचित जाती (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), गरीबी रेखा के नीचे (BPL), महिलाओं, दिव्यांग व अल्पसंख्यकों को प्राथमिकता दी जाती है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षारता अभियान जरूरी दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आयु प्रमाण पत्र
- सक्रिय मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट आकर फोटो
ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान में आवेदन कैसे करे?
ग्रामीण क्षेत्रो के जो लोग इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते है तो वह नीचे दिए गए तरीके को फॉलो करे
- सबसे पहले आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने आगे का पेज खुल जायेगा । इस पेज पर आपको LOGIN इस लॉगिन फॉर्म के नीचे आपको Register का विकल्प दिखाई देगा ।
- आपको इस विकल्प पर क्लिक करना होगा । इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने registration form खुल जायेगा फॉर्म खुल जायेगा।
- इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपको पूछी गयी सभी जानकारी जैसे UIDAI Number ,Student Name , Gender , Date of Birth , आदि भरना होगा और नीचे दिए गए निर्देश को पढ़कर सही के निशान पर क्लिक करना होगा ।
- उसके बाद Add पर क्लिक करना होगा ।इसके बाद आगे के पेज पर आपको अगला चरण ई – केवाईसी (E-KYC) है जोकि या तो फिंगरप्रिंट (Fingerprint) स्कैन करके या आँखों को स्कैन करके या मोबाइल फोन में ओटीपी (OTP) सत्यापित करके किया जा सकता है। जिनके पास फिंगरप्रिंट स्कैनर या रेटीना स्कैनर नहीं है, तो वे तीसरे विकल्प को चुन सकते हैं जोकि मोबाइल फोन ओटीपी सत्यापन है।
- इसके लिए आपको वैलिड मोबाइल नंबर देना होगा, जिसमें ओटीपी भेजा जायेगा। सही ओटीपी इंटर करने के बाद आपको ‘वैलिडेट ओटीपी (Validate OTP)’ पर क्लिक करना होगा।
- फिर आप स्टूडेंट टैब में जाकर अपनी सभी जानकारी की जाँच कर सकते हैं। एक बार रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद छात्र उसमें यूजर आईडी (User-ID)और पासवर्ड (Password) जनरेट (Generate) करके अपना नया अकाउंट (Account) खोल सकते हैं।


