Pre Primary Educator Update 2025 :आंगनबाड़ी बाल वाटिका में प्री प्राइमरी टीचर बनने का मौका

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Pre Primary Educator Update: उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग ने उत्तर प्रदेश में चल रहे सभी प्राथमिक विद्यालयों, कंपोजिट स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्र में ECCE (Pre Primary Educator Update) की नियुक्ति का आदेश जारी किया है सरकार ने यह आदेश बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को और सुदृढ़ तथा मजबूत बनाने के उद्देश्य से दिया है प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग ने योग्य तथा इच्छुक आवेदकों से ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं प्रदेश के कुछ जिलों विशेष कर कौशांबी जिले में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है तथा जल्द ही प्रदेश के अन्य जिलों में इसकी प्रक्रिया को विस्तार दिया जाएगा

योजना के विस्तार से प्रदेश में युवाओं को नौकरी तथा शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने का मौका मिलेगा यह आदेश उन सभी अभ्यर्थियों के लिए सुनहरा मौका है जो शिक्षा के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं

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Early Childhood Care and Education (ECCE) क्या है?

प्री-प्राइमरी शिक्षा (Early Childhood Care and Education, ECCE) बच्चों की सीखने की यात्रा की सबसे नाजुक और महत्वपूर्ण शुरुआत होती है। इस स्तर पर शिक्षण की गुणवत्ता, देखभाल और सीखने का माहौल बच्चों की दीर्घकालीन शिक्षा को प्रभावित करता है। इसी विचार से कई राज्य सरकारें विशेषकर उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों ने ECCE (Early Childhood Care and Education) की भर्ती की एक महत्वपूर्ण पहल आरंभ की है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने “Balvatika / बाल वाटिका” कक्षाओं की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से ECCE एजुकेटरों की नियुक्ति की मंजूरी दी है। इस भर्ती का लक्ष्य है कि हर प्राथमिक या कंपोजिट स्कूल तथा सह-स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में एक प्रशिक्षित एजुकेटर हो, जो 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों को सुसंगत पाठ एवं देखभाल प्रदान कर सके।

कैसे होगी भर्ती प्रक्रिया तथा स्वरूप (Pre Primary Educator)


सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को आउटसोर्सिंग प्रणाली के माध्यम से करने का निर्णय लिया है अर्थात नियुक्ति विभाग के माध्यम से न होकर एजेंसी के माध्यम से होगी तथा एजेंसी के माध्यम से ही चयन वी तैनाती होगी ।

प्रारंभ में नियुक्तियाँ एक वर्षीय अनुबंध पर होंगी। यदि उम्मीदवार का प्रदर्शन संतोषजनक पाया गया, तो अनुबंध को आगे बढ़ाया जा सकता है।

भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन, पारदर्शी और डिजिटल माध्यम से संचालित की जाएगी।

इस योजना का लक्ष्य प्रदेश के सभी 75 जिलों तक इसका विस्तार करना है।

उदाहरण स्वरूप, कौशांबी जिले में इस भर्ती की शुरुआत की गई है, जहाँ लगभग 108 पदों के लिए एजुकेटरों की तैनाती प्रस्तावित है।

क्या है पात्रता तथा आयु सीमा

शैक्षणिक योग्यता:
— होम साइंस (Home Science) में स्नातक डिग्री होना अनिवार्य है।
— अन्य मान्यता प्राप्त कोर्स जैसे प्रि-स्कूल डिप्लोमा, N.T.T. (Nursery Teacher Training), N.T.E. या C.T. नर्सरी डिप्लोमा आदि रखने वाले भी आवेदन कर सकते हैं।

आयु सीमा:
— न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष तक निर्धारित की गई है।
— आरक्षित श्रेणियों (SC / ST / OBC आदि) के लिए सरकार द्वारा नियमानुसार छूट दी जाएगी।

अनुभव: सामान्यतः अनुभव अनिवार्य नहीं है। लेकिन अनुभव रखने वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जा सकती है।

आवेदन की पात्रता: अधिकांश अधिसूचनाओं में उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना आवश्यक बताया गया है।

आवेदन प्रक्रिया

इच्छुक उम्मीदवारों को उत्तर प्रदेश सेवा पोर्टल (UP Service / Sevayojan Portal) पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।

पंजीकरण के बाद आवेदन फॉर्म में मांगी गई जानकारियाँ भरें (नाम, पता, शैक्षिक विवरण, आयु आदि)।

आवश्यक दस्तावेजों (शैक्षणिक प्रमाणपत्र, पहचान पत्र, फोटो आदि) को निर्धारित प्रारूप में अपलोड करना होगा।

जानकारी की पुष्टि करने के बाद आवेदन सबमिट करें और उसका प्रिंट आउट सुरक्षित रखें।

चयन प्रक्रिया में योग्य उम्मीदवारों का दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा। उदाहरण स्वरूप, गोण्डा जिले में 210 पदों के लिए 407 अभ्यर्थियों ने अपने दस्तावेजों का सत्यापन कराया।

अक्सर आवेदन की अंतिम तिथि अधिसूचना में जारी की जाती है; इसलिए उम्मीदवारों को समय रहते आवेदन करना चाहिए।

मानदेय, सेवा एवं भविष्य की संभावनाएँ

चयनित एजुकेटरों को लगभग ₹20,000 प्रति माह तक का मानदेय (honorarium) दिया जाने की बात कही गई है।

कुछ जगहों पर यह प्रस्ताव रखा गया है कि संविदा एजुकेटरों को ₹25,000 प्रति माह मानदेय मिलने की संभावना हो सकती है।

यह नियुक्ति स्थायी नहीं, बल्कि संविदा (contractual) आधार पर होगी। सेवा की अवधि बढ़ाने का आधार प्रदर्शन होगा।

बेहतर प्रदर्शन व विशिष्ट जिलों में सफल कार्यकाल के बाद आगे नवीनीकरण या अन्य शिक्षण पदों की संभावना हो सकती है।

इस भर्ती से न केवल बच्चों को गुणवत्ता युक्त प्रारंभिक शिक्षा मिलेगी, बल्कि प्रदेश के युवाओं को शिक्षा क्षेत्र में नए अवसर भी प्राप्त होंगे।

क्या होगी चुनौतियां

आउटसोर्स सिस्टम और संविदा व्यवस्था की वजह से नौकरी की स्थिरता का सवाल हो सकता है।

सही और समय पर दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया सुनिश्चित करना आवश्यक है, ताकि चयन में अनावश्यक देरी न हो।

अभ्यर्थियों को आवेदन करते समय अधिसूचना और दिशा–निर्देश अच्छी तरह पढ़ लेने चाहिए।

ग्रामीण व दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट और डिजिटल सुविधा सीमित हो सकती है — ऐसे क्षेत्र के उम्मीदवारों को आवेदन प्रक्रिया में अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।

विभागों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रशिक्षण, पर्यवेक्षण (monitoring), और संसाधन उपलब्ध हो ताकि एजुकेटर बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा दे सकें।

प्री-प्राइमरी एजुकेटर (ECCE Educator) की यह भर्ती एक समयोचित एवं महत्वपूर्ण पहल है। बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को ध्यान में रखते हुए तथा उन्हें सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार दे या आदेश जारी किया है प्रारंभिक शिक्षा को सुदृढ़ करना देश की शिक्षा यात्रा के लिए एक मजबूत आधार बन सकता है। योग्य, प्रेरित और प्रतिबद्ध अभ्यर्थियों के लिए यह अवसर न केवल रोजगार की दिशा में कदम है, बल्कि समाज एवं राष्ट्र निर्माण में योगदान भी है। यदि आप इस योग्य योग्यता रखते हैं, तो अधिसूचना जारी होते ही आवेदन करें और इस अवसर को हथियाने का प्रयास करें।

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    नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम आदित्य है। मैं पिछले 3 सालों से ब्लॉगिंग कर रहा हूँ और फिलहाल मैं सरकारी योजनाओं पर ब्लॉग लिख रहा हूँ। इस ब्लॉग के जरिए, मैं आपको विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दूंगा। अधिक जानकारी के लिए, हमारे WhatsApp ग्रुप को जॉइन करें

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