Pujari Granthi Samman Yojana: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने एक नई योजना का ऐलान किया इस योजना का नाम है पुजारी ग्रंथि सम्मान योजना जिसके तहत दिल्ली के पुजारी और ग्रंथियां को हर महीने 18000 रुपए सैलरी देने का वादा किया गया। केजरीवाल ने इस योजना की शुरुआत कश्मीरी गेट स्थित मरघट वाले बाबा के मंदिर से की जहां उन्होंने अपनी पत्नी के साथ दर्शन भी किया और पहले रजिस्ट्रेशन काम कब शुरू किया। कैसे करें आवेदन जानें.

AAP नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी ने जंगपुरा के शिव मंदिर से पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के लिए रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की। किलोकरी गांव के इस मंदिर में विभिन्न मंदिरों के पुजारियों ने अरविंद केजरीवाल की जीत के लिए प्रार्थना की। मनीष सिसोदिया जी ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि ग्रंथियों और पुजारियों को हर महीने 18,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह कदम धार्मिक समुदायों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ये भी पढ़े – जानें सुभद्रा योजना के लाभ
Table of Contents
Pujari Granthi Samman Yojana की विशेषताएं
- लाभार्थी: दिल्ली के सभी मंदिरों के पुजारी और गुरुद्वारों के ग्रंथी।
- आर्थिक सहायता: प्रति माह ₹18,000 की सम्मान राशि।
- पंजीकरण प्रक्रिया: आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सभी मंदिरों और गुरुद्वारों में जाकर पुजारियों और ग्रंथियों का खुद रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं।
Pujari Granthi Samman Yojana की शुरुआत
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की। 31 दिसंबर 2024 से इस योजना के तहत पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सरकार का दावा है कि यह पहली बार है जब पुजारियों और ग्रंथियों को इतनी बड़ी राशि की वित्तीय सहायता दी जा रही है।
Pujari Granthi Samman Yojana का उद्देश्य:
पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना का मुख्य उद्देश्य धार्मिक स्थलों पर सेवा देने वाले व्यक्तियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। अक्सर देखा गया है कि पुजारियों और ग्रंथियों की आय सीमित होती है, जिससे उनका जीवन कठिन हो जाता है। यह योजना उनकी आजीविका को सुधारने और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना को दिल्ली सरकार की एक बड़ी पहल बताया है। उनका कहना है कि हरियाणा और अन्य राज्यों में इमामों और मौलवियों को सहायता दी जाती है, लेकिन पुजारियों और ग्रंथियों के लिए यह कदम पहली बार उठाया गया है। यह योजना समाज में समावेशिता और समानता को बढ़ावा देने का भी एक प्रयास है।
Pujari Granthi Samman Yojana कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
इस योजना के लिए फिलहाल न तो कोई आधिकारिक गाइडलाइन जारी हुई है और न ही कोई सरकारी पोर्टल या वेबसाइट लॉन्च की गई है। इस वजह से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और उम्मीदवार अपने स्तर पर पूरा कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सभी मंदिरों और गुरुद्वारों में जाकर पुजारियों और ग्रंथियों का खुद रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं।
निष्कर्ष
पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करने का माध्यम भी बन सकती है, बल्कि यह धार्मिक सेवाओं को समाज में एक नई पहचान और महत्व देने का प्रयास भी हो सकता है। यदि यह योजना सफलतापूर्वक लागू होती है, तो यह अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकती है। अगर दिल्ली में यह योजना सफल हुई तो आने वाले समय में इस योजना को दूसरे राज्य में भी राज्य सरकार द्वारा लागू की जा सकती है।
पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना दिल्ली के धार्मिक सेवकों के लिए यह एक नई शुरुआत है, उनके कार्य को सामाजिक और सरकारी स्तर पर सम्मान दिलाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है