
pyari beti shagun yojana: दोस्तों हमारे देश में बेटियों को देवी का रूप माना जाता है, लेकिन कई बार आर्थिक समस्याओं के कारण उनके जन्म और विवाह पर परिवारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए स्वयंसेवी संगठन (NGO) ने beti shagun yojana की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य बेटियों के जन्म और विवाह के समय आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि बेटियों का भविष्य सुनहरा बन सके। आइए इस लेख में विस्तार से जानें प्यारी बेटी शगुन योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां।
Table of Contents
प्यारी बेटी शगुन योजना क्या है? (What is Pyari Beti Shagun Yojana?)
प्यारी बेटी शगुन योजना एक सामाजिक पहल है जिसका मकसद बेटियों के जन्म और विवाह के अवसर पर आर्थिक सहायता देना है। यह योजना विशेष रूप से उन परिवारों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपनी बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं। इस योजना के अंतर्गत बेटी के जन्म पर और विवाह के समय “शगुन” के रूप में एक निश्चित राशि प्रदान की जाती है।
pyari beti shagun yojana के तहत मिलने वाले लाभ
beti shagun yojana के अंतर्गत कई प्रकार के लाभ दिए जाते हैं, जो इस प्रकार हैं:
1. बेटी के जन्म पर ₹3,100 की सहायता राशि
- जैसे ही रजिस्ट्रेशन किया गया बच्चा जन्म लेता है और वह बेटी होती है, तो परिवार को ₹3,100 की सहायता राशि दी जाती है।
- यह लाभ फ्री और पेड दोनों तरह के रजिस्ट्रेशन वालों को दिया जाता है।
2. बेटी के विवाह पर शगुन राशि
बेटी के विवाह के समय योजना के तहत शगुन के रूप में बड़ी राशि प्रदान की जाती है, जो इस प्रकार है:
विवाह अवधि | शगुन राशि |
---|---|
1 वर्ष बाद विवाह | ₹11,000 |
2-4 वर्ष बाद विवाह | ₹21,000 |
5-9 वर्ष बाद विवाह | ₹51,000 |
10-35 वर्ष बाद विवाह | ₹1,25,000 |
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प्यारी बेटी शगुन योजना के प्रकार
shagun yojana के दो प्रकार के रजिस्ट्रेशन होते हैं:
1. फ्री रजिस्ट्रेशन (Free Registration)
- फ्री रजिस्ट्रेशन करने पर रजिस्ट्रेशन के एक साल बाद ₹1100 का शगुन प्रदान किया जाता है।
- साथ ही बेटी के जन्म पर ₹3,100 का अतिरिक्त लाभ भी मिलता है।
2. पेड रजिस्ट्रेशन (Paid Registration)
- पेड रजिस्ट्रेशन के लिए ₹999 का डोनेशन लिया जाता है।
- इसके तहत ऊपर बताई गई शगुन राशियाँ (₹11,000 से ₹1,25,000 तक) विवाह के समय दी जाती हैं।
- बेटी के जन्म पर भी ₹3,100 की राशि दी जाती है।
pyari beti shagun yojana के लिए पात्रता (Eligibility)
प्यारी बेटी शगुन योजना के लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता आवश्यक है:
- बेटी की आयु 1 दिन से लेकर 35 वर्ष तक हो सकती है।
- परिवार को योजना के अंतर्गत समय पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है।
- योजना का लाभ केवल उन्हीं परिवारों को मिलेगा जो संस्था द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करेंगे।
प्यारी बेटी शगुन योजना में रजिस्ट्रेशन कैसे करें? (pyari beti shagun yojana online registration)
अगर आप pyari beti shagun yojana के तहत रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं, तो इसकी प्रक्रिया बेहद सरल है:
- आवेदक को व्हाट्सएप के जरिए संपर्क करना होगा।
- संपर्क नंबर पर अपने बेटी का नाम, जन्म तिथि, और अन्य जरूरी जानकारी भेजनी होगी।
- पेड रजिस्ट्रेशन के लिए ₹999 की राशि संस्था के खाते में जमा करनी होगी।
- रजिस्ट्रेशन कन्फर्म होने के बाद प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
संपर्क नंबर:
- 9512859664 (व्हाट्सएप)
- 8858435758 (व्हाट्सएप)
प्यारी बेटी योजना से पैसे कैसे मिलेंगे? (How to Claim Benefits in Pyari Beti Shagun Yojana)
अगर आप shagun yojana के तहत शगुन की राशि प्राप्त करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है:
- शादी से कम से कम 3 महीने पहले आपको NGO या संस्था को शादी की सूचना देनी होगी।
- सूचना देने के बाद, आपको अपने लोकल बाजार से शादी का सामान (जैसे कपड़े, ज्वेलरी, घरेलू सामान आदि) खरीदना होगा।
- खरीदारी करते समय दुकानदार से पक्का बिल लेना अनिवार्य है।
- फिर उस बिल को संस्था के व्हाट्सएप नंबर पर भेजना होगा।
- संस्था बिल की पुष्टि करने के बाद आपके द्वारा खरीदे गए समान के बिल की राशि का भुगतान करेगी।
- ध्यान रहे कि आपको उतना ही सामान खरीदना होगा जितनी राशि का आपको लाभ मिलने वाला है (जैसे अगर आपको ₹21,000 का लाभ मिलना है तो बिल भी ₹21,000 का होना चाहिए)।
उदाहरण:
अगर आपकी बेटी का विवाह रजिस्ट्रेशन के 3 साल बाद हो रहा है, तो आपको ₹21,000 तक का सामान खरीदना होगा और उसका बिल संस्था को भेजना होगा। संस्था उस पूरे बिल का भुगतान करेगी।
प्यारी बेटी शगुन योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
- योजना में पारदर्शिता को पूरी तरह बनाए रखा गया है।
- लाभ उठाने के लिए समय पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है।
- विवाह से 3 महीने पहले सूचना देना अनिवार्य है।
- शगुन राशि के बदले आपको शादी का सामान खरीदना होगा और उसका बिल प्रस्तुत करना होगा।
प्यारी बेटी शगुन योजना क्यों जरूरी है?
भारत में आज भी कई स्थानों पर बेटियों के जन्म को बोझ समझा जाता है। pyari beti shagun yojana जैसी योजनाएं इस मानसिकता को बदलने में मदद करती हैं। जब सरकार और समाज मिलकर बेटियों के जन्म और विवाह के अवसर पर सम्मान और आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं, तो परिवारों का बेटियों के प्रति दृष्टिकोण सकारात्मक बनता है।
यह योजना:
- बेटियों को जन्म देने के लिए परिवारों को प्रेरित करती है।
- बेटियों के विवाह के समय आर्थिक बोझ को कम करती है।
- समाज में बेटियों के प्रति सम्मान बढ़ाती है।
निष्कर्ष
प्यारी बेटी शगुन योजना बेटियों को जन्म से लेकर विवाह तक आर्थिक सहायता प्रदान करने वाली एक अनूठी पहल है। अगर आप भी अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं तो आज ही pyari beti shagun yojana में रजिस्ट्रेशन कराएं और इस सुंदर पहल का हिस्सा बनें।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी का भविष्य संवारो!