Rythu Bandhu Scheme 2025: तेलंगाना सरकार द्वारा शुरू की गई रायतु बंधु योजना (Rythu Bandhu Scheme) एक क्रांतिकारी कृषि निवेश सहायता योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य के लघु और सीमांत किसानों को समय पर वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि वे बिना कर्ज़ के खेती कर सकें। इस योजना के तहत किसानों को हर वर्ष ₹10,000 प्रति एकड़ की आर्थिक मदद दी जाती है — खरीफ और रबी, दोनों फसल सत्रों के लिए ₹5,000-₹5,000 की दो किश्तों में यह राशि उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर (DBT) की जाती है।

देश में यह अपनी तरह की पहली योजना है, जिसने खेती को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में नई मिसाल कायम की है। इस लेख में हम जानेंगे कि रायतु बंधु योजना क्या है, इसके लाभ, पात्रता, दस्तावेज़, आवेदन प्रक्रिया, और यह योजना किसानों की जिंदगी कैसे बदल रही है।
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रायतु बंधु योजना क्या है?
रायतु बंधु योजना (Rythu Bandhu Scheme) तेलंगाना सरकार द्वारा शुरू की गई एक कृषि निवेश सहायता योजना है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के लघु और सीमांत किसानों को हर साल ₹10,000 प्रति एकड़ की सहायता दी जाती है, जिससे वे बीज, उर्वरक और अन्य कृषि संसाधनों की खरीदी आसानी से कर सकें।
किस फसल सत्र में कितनी मदद मिलती है?
- खरीफ सत्र: ₹5,000 प्रति एकड़
- रबी सत्र: ₹5,000 प्रति एकड़
कुल वार्षिक सहायता = ₹10,000 प्रति एकड़
रायतु बंधु योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को समय पर वित्तीय सहायता देकर उन्हें कर्ज से बचाना और खेती के लिए आवश्यक इनपुट उपलब्ध कराना है। इससे किसान आत्मनिर्भर बनते हैं और खेती के प्रति उनकी आर्थिक स्थिरता बढ़ती है।
रायतु बंधु योजना की पात्रता (Rythu Bandhu Scheme Eligibility)
रायतु बंधु योजना का लाभ केवल उन किसानों को दिया जाता है जो विशेष पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं।
- सबसे पहले, लाभार्थी को तेलंगाना राज्य का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है।
- इसके अलावा, उसके नाम पर कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए।
- यह योजना केवल भूमि स्वामित्व वाले किसानों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।योजना में छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाती है, जिनके पास सीमित भूमि होती है।
- इसका उद्देश्य उन्हें बीज, खाद, कीटनाशक जैसी जरूरतों के लिए समय पर आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
अपात्र किसान कौन हैं?
- किरायेदार किसान: जिनके पास भूमि का मालिकाना हक नहीं है, वे इस योजना के पात्र नहीं हैं।
- वाणिज्यिक किसान: जो केवल लाभ कमाने के उद्देश्य से खेती करते हैं।
- गैर-कृषि भूमि स्वामी: जिनके पास खेती के लिए उपयुक्त भूमि नहीं है।
योजना के अंतर्गत मिलने वाली वित्तीय सहायता
- सालाना सहायता: ₹10,000 प्रति एकड़
- प्रत्येक सत्र में: ₹5,000
- सहायता राशि का वितरण: DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे बैंक खाते में
रायतु बंधु योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
ऑफ़लाइन आवेदन:
- अपने मंडल राजस्व अधिकारी (MRO) या स्थानीय कृषि अधिकारी से संपर्क करें।
- आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
जरूरी दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- भूमि स्वामित्व प्रमाण (Pattadar Passbook)
- बैंक खाता विवरण
- पहचान पत्र
रायतु बंधु योजना की प्रमुख विशेषताएं
- प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT): सहायता सीधे किसानों के खाते में
- पत्तादार पासबुक: भूमि स्वामित्व का प्रमाण
- 17 सुरक्षा विशेषताएँ: जालसाजी से सुरक्षा के लिए
- दो बार भुगतान: खरीफ और रबी सीजन में सहायता
निष्कर्ष
रायतु बंधु योजना तेलंगाना सरकार की एक क्रांतिकारी पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें खेती के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत मिलने वाली ₹10,000 प्रति एकड़ वार्षिक सहायता ने लाखों किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में अहम भूमिका निभाई है।
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें सीधी बैंक ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से लाभार्थियों को पैसा मिलता है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है और बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाती है। हालांकि, किरायेदार किसानों की अपात्रता और कुछ अमीर किसानों को लाभ मिलने जैसी चुनौतियाँ भी सामने आई हैं, लेकिन यदि इन कमियों को दूर किया जाए तो यह योजना और भी प्रभावशाली बन सकती है।
अगर आप तेलंगाना राज्य के किसान हैं और आपके पास स्वामित्व वाली कृषि भूमि है, तो आप इस योजना का लाभ जरूर लें। समय पर आवेदन करें और खेती के लिए वित्तीय बोझ से मुक्त होकर आत्मनिर्भर बनें